Wednesday, April 13, 2011

English Scotch in Gandhian Bottle-Episode 3

अथ श्री गान्धीजी कथा


लोगों  को  सहसा  लगा , बड़े-बड़े  सब लोग; कांग्रेस को  कर रहे निष्ठा से  सहयोग.
निष्ठा से सहयोग, योग जनता का पाया ; गान्धी ने फिर असहयोग का मन्त्र बताया. 
कहें 'क्रान्त' जो हल करसकताथा रोगोंको;'असहयोगआन्दोलन' ठीकलगा लोगोंको.

उधर 'खिलाफत' थीइधर,असहयोगपुरजोर;हिन्दुस्तां'में मचगया 'स्वतन्त्रता'काशोर.
'स्वतन्त्रता' का शोर, मोर जंगल में नाचा ; सबने देखा-देखी में जड़ दिया तमाचा.
कहें 'क्रान्त' चौरीचौरा में हुई बगावत; गान्धी ने घबराकर कर दी उधर  खिलाफत.

इससे  सारे हो  गये,  नौजवान   नाराज ;  कांग्रेस में  देखकर  गान्धी जी  का    राज.
गान्धीजी का राज,लाज जिन-जिन को आई ;उन सबने गान्धीजी को लानत भिजवाई.
कहें 'क्रान्त'  फिर ,' इन्कलाब'  के  गूँजे  नारे; 'जिन्दाबाद'  जवान  कह उठे इससे सारे. 

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