राजनीति की नाथ (नकेल)
राजनाथ सिंह राजनीति में बढ़ रहे, आये दिन अब पाप;
राजनाथ जी! सिंह बन, इसे सम्भालें आप!
सही समय पर छोड़ दी, बी०जे०पी० की लीक!
लीक-लीक गाड़ी चले, लीकहि चले कपूत;
लीक छोड़ तीनों चलें, शायर-सिंह-सपूत!!
अब तक जो भी लोग हैं, सत्ता-मद में चूर;
उन्हें ठिकाने लाइये, समय नहीं है दूर!!
नमो! नमो! का मन्त्र ही, कर सकता यह काम;
यही आप अपनाइये, भली करेंगे राम!!
काँग्रेस में 'एक' है, लेकिन यहाँ 'अनेक';
इन्हें लीक पर लाइये, आगे हो बस 'एक'.
कहें 'क्रान्त' तब बनेगी, सन चौदह में बात;
गर ये आपस में लड़े, मलते रहना 'हाथ'!!
नोट: ऊपर दी हुई फोटो http://www.livemint.com/ के सौजन्य से
2 comments:
Friends! This is a bitter truth and I feel no body would dare to comment against it; even then any of you are most welcome!
Why dont you come forward!!
Dear Friends!
I had given "NaMo" mantra to Shri Raj Nath Singh and he had accepted it. Now this "Mantra" has been circulated worldwide like "Vande Mataram!" of Bankim Chandra Chatterjee.
I feel the greatness of "God" that almighty behind it who created an intuition in my mind to post this verse more than a year back.
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