मित्रो इंटरनेट पर सर्च करते हुए पूर्वी उ०प्र० पर्यटन विभाग की एक अद्भुत जानकारी प्राप्त हुई जिसे मैं आपके साथ साझा करना चाहता हूँ. ऊपर जो चित्र आप देख रहे हैं यह मिर्ज़ापुर शहर में रेलवे स्टेशन से कोई साढ़े तीन किलोमीटर मीटर दूर नरघट रोड पर स्थापित शहीद उद्यान का है. पूर्वी उ०प्र० राज्य पर्यटन निगम द्वारा बनबाया गया यह पार्क गर्मियों में सुबह साढ़े चार से शाम साढ़े सात बजे तक तथा सर्दियों में सुबह छह से शाम सात बजे तक आम जनता के लिये खुला रहता है. शहर के सेन्ट्रल चौक में स्थित यह उद्यान सरकार की शहीदों के प्रति सम्मान का उल्लेखनीय उदाहरण है. इसमें अमर शहीद रामप्रसाद 'बिस्मिल', अशफ़ाकउल्ला खां, चन्द्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह आदि अनेक क्रान्तिवीरों की मूर्तियाँ स्थापित हैं जिन्हें देखने के लिये न केवल शहर की जनता अपितु बाहर से भी पर्यटक आते हैं. मित्रो! कभी आपका भी मिर्ज़ापुर जाना हो तो इसके दर्शन अवश्य करें. इसे देखने का कोई शुल्क नहीं लिया जाता. प्रवेश निशुल्क है.
ऊपर जो चित्र मैंने दिया है वह http://www.easternuptourism.com/Shaheed-Udyan.jsp के सौजन्य से लिया है. हम उनके प्रति अपना आभार प्रदर्शन करते हैं.
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा वन में उ०प्र० सरकार ने मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के कार्यकाल में "अमर शहीद पं० रामप्रसाद 'बिस्मिल' उद्यान" का निर्माण तो करा दिया और कुछ नहीं किया! मेरा वर्तमान मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी से आग्रह है कि वे इस उद्यान को मिर्जापुर जैसा सौन्दर्य स्थल विकसित करवा दें! यह उनकी इस प्रदेश के अमर शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी! और वर्तमान युवा पीढ़ी इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा भी लेगी!
ऊपर जो चित्र मैंने दिया है वह http://www.easternuptourism.com/Shaheed-Udyan.jsp के सौजन्य से लिया है. हम उनके प्रति अपना आभार प्रदर्शन करते हैं.
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर बीटा वन में उ०प्र० सरकार ने मुख्यमंत्री सुश्री मायावती जी के कार्यकाल में "अमर शहीद पं० रामप्रसाद 'बिस्मिल' उद्यान" का निर्माण तो करा दिया और कुछ नहीं किया! मेरा वर्तमान मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव जी से आग्रह है कि वे इस उद्यान को मिर्जापुर जैसा सौन्दर्य स्थल विकसित करवा दें! यह उनकी इस प्रदेश के अमर शहीद के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी! और वर्तमान युवा पीढ़ी इन महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा भी लेगी!
5 comments:
शहीदों की स्मृति में..
If the Government does something in the name of its martyrs it should be apreciated. Of cource!!
हम बिना बात के सरकार की आलोचना नहीं करते! हमारा यह मानना है कि जो सरकार शहीदों की स्मृति रक्षा का प्रयास नहीं करती वोह देर सबेर चली जरूर जाती है! उ०प्र० की मुख्यमंत्री मायावती का उदाहरण हम सबके सामने अभी ताज़ा है! उन्होंने गौतमबुद्धनगर व लखनऊ में हर जगह अपनी और काशीराम जी की मूर्तियाँ अरबों रूपये खर्च करके लगवा दीं! हश्र क्या हुआ आपने देख ही लिया! यही हाल आगे चलकर काँग्रेस का भी होना है जिसे नेहरू-गान्धी के आगे कोई और देशभक्त दिखाई ही नहीं देता!!
मित्रो!२८ मई २०१३ को नवभारतटाइम्स में प्रकाशित एक समाचार के अनुसार नोएडा-ग्रेटर नोएडा-यमुना एक्सप्रेसवे के चेयरमैन श्रीयुत रमारमण जी ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के किनारे स्थित नलगढ़ा में २५ करोड़ रूपये की लागत से "शहीदों की याद में पर्यटन स्थल" विकसित करने का बोर्ड मीटिंग में जो निर्णय लिया है हम उसका हार्दिक स्वागत करते हैं! यह वही नलगढ़ा है जिसके बारे में मैंने अपने इसी ब्लॉग में गत वर्ष "नलगढ़ा में भगतसिंह" के नाम से एक लेख लिखते हुए उ०प्र० सरकार व नोएडा प्रशासन से यहाँ पर "पर्यटन स्थल" विकसित करने की अपील की थी मुझे प्रसन्नता है कि उसे सरकार व प्रशासन ने स्वीकार किया! हम उन्हें साधुवाद देते हैं!
मेरे लेख "नलगढ़ा में भगतसिंह" का लिंक ये है:http://krantmlverma.blogspot.in/2012/09/bhagat-singh-in-nalgadha.html
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