हमने जो लगायी है आग इन्कलाब की !
कहते हैं अलविदा अब हम अपनेजहानको, जाकर खुदाके घरसे तो आया न जायेगा
अहले-वतन अगरचे हमें भूल जायेंगे, अहले- वतन को हमसे भुलाया न जायेगा
अब इससे ज्यादा और सितम क्या करेंगे वो, अब इससेज्यादा उनसे सताया न जायेगा
हमने जो लगायी है आग इन्कलाब की, उस आगको किसी से बुझाया न जायेगा
यह सच है मौत हमको मिटा देगी एक दिन, लेकिन हमारा नाम मिटाया न जायेगा
'बिस्मिल' अगर मिटा न सके भ्रष्टाचारको, फिरतो यह मुँह खुदाको दिखाया न जायेगा
3 comments:
The government has assured Anna Hajare that a Bill will be passed in the coming Mansoon Session.
But I doubt, because this has been the policy of Congress to use someone as a 'Safety Volve' since it's very begining.In these circumstances the above lines of Poet-Patriot Ram Prasad 'Bismil' quoted with a slight change gives us a message not to forget our goal to eredicate " The Domen of Corruption". What is your openion?
Very true, "अगर मिटा न सके भ्रष्टाचारको, फिरतो यह मुँह खुदाको दिखाया न जायेगा "
"SAFETY VALVE" , ये इन लोगो का पुराना हथियार हैं. इसकी सिर्फ एक ही काट हैं और वो ये हैं किसी व्यति-विशेष को केन्द्र में ना लाकर, सोच-विशेष को "इन्क़लाब" को केन्द्र में रखा जाए. क्यूंकि केवल 'इन्कलाब' से ही सोच बदलती हैं,आन्दोलन से केवल system बदल सकता हैं, सोच नही.
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