Monday, August 27, 2012

CONGRESS V/S CAG

काँग्रेस वनाम सीएजी

सीएजी ने पेश की, ज्यों ही छपी रिपोर्ट;
मौसेरे भाई सभी, करने लगे सपोर्ट.
करने लगे सपोर्ट, कोर्ट में है सब लेखा;;
संसद में क्या हुआ, जमाने भर ने देखा.
कहें 'क्रान्त' कोई इनसे, पूछे तो ए जी!
वैधानिक संस्था नहीं है, क्या सीएजी?

लक्षण है स्वीकारना, मौन रहें यदि आप;
पीएम ने सचमुच वही, किया आज चुपचाप.
किया आज चुपचाप, गले से बला टाल दी;
गेंद स्वयं ही उनके पाले में उछाल दी.
कहें 'क्रान्त' अब हो जायेगा शक्ति परीक्षण;
हमको तो दिख रहे यही, संसद के लक्षण.

1 comment:

Anonymous said...

लगता है डाक्टर मनमोहन सिंह ने सही कहा था:
"हजार जुमलों से अच्छी है मेरी खामोशी,
कई नकाबों के चेहरों की आबरू रख ली!"
अब संसद में तो शक्ति-परीक्षण टल गया दिखता है चुनाव का अभी बाकी है....