सूरते-हाल
सूरते-हाल ऐसे हैं क्या कीजिये ?
अब तो इस मर्ज की कुछ दवा कीजिये ?
इससे पहले कि हो जाये तर्के-अहद,
आप ही अब कोई फैसला कीजिये.
जिनकी आँखों में गैरत का पानी नहीं,
उन निगाहों से कैसे बचा कीजिये ?
आदमी अपनी नीयत से मजबूर है,
उससे गिरगिट भी डरता है क्या कीजिये ?
इस ज़माने का ऐसा ही दस्तूर है,
अब ये दस्तूर बदले दुआ कीजिये ?
तर्के-अहद = प्रतिज्ञा-भंग, अता=अभिव्यक्त
सूरते-हाल ऐसे हैं क्या कीजिये ?
अब तो इस मर्ज की कुछ दवा कीजिये ?
इससे पहले कि हो जाये तर्के-अहद,
आप ही अब कोई फैसला कीजिये.
जिनकी आँखों में गैरत का पानी नहीं,
उन निगाहों से कैसे बचा कीजिये ?
आदमी अपनी नीयत से मजबूर है,
उससे गिरगिट भी डरता है क्या कीजिये ?
इस ज़माने का ऐसा ही दस्तूर है,
अब ये दस्तूर बदले दुआ कीजिये ?
'क्रान्त' फिर से तमन्ना जबाँ हो सके,
ऐसा कुछ दर्द दिल से अता कीजिये ?
----------------------------------------ऐसा कुछ दर्द दिल से अता कीजिये ?
तर्के-अहद = प्रतिज्ञा-भंग, अता=अभिव्यक्त
3 comments:
फिर से तमन्ना जबाँ हो सके,
ऐसा कुछ दर्द दिल से अता कीजिये ?
Waah ...
Life is Just a Life
.
satik rachana
आदमी अपनी नीयत से मजबूर है,
उससे गिरगिट भी डरता है क्या कीजिये ?...
Great creation !
.
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